Thursday, January 9, 2014

मुझे गिरना है डाल से 

और मिल जाना है मिटटी में 

दब जाना है जमीन के नीचे 

बनना है खाद 

कल की खुशबूदार पौध के लिए 


कल की खुशबूदार पौध के लिए 
आज मुझे मिलना है मिटटी में